सत्यं माता पिता ज्ञानं धर्मो भ्राता दया सखा |
शान्तिः पत्नी क्षमा पुत्रः षडेते मम बान्धवाः ||
- (संस्कृत सुभाषितानि )
भावार्थ - सत्यवादिता मेरीं माता के समान है , ज्ञान मेरे पिता
के समान है , धर्म मेरे भाई के समान है , दया मेरे मित्र के समान
है , तथा शान्ति मेरे पत्नी के समान है , क्षमाशीलता मेरे पुत्र के
समान है | इस प्रकार ये ६ गुण (लोग ) ही मेरे निकट संबन्धी हैं |
(इस सुभाषित में धर्म के सभी आधारभूत अंगों की उपमायें एक आदर्श
परिवार के विभिन्न सदस्यों को दे कर उनके महत्त्व को प्रतिपादित
किया गया है | )
Satyam maataa pita gyaanam dharmo bhraataa daya sakha.
Shantih patnee kshamaa putrah shadete mama baandhavaah.
Satyam = truth. Maata = mother. Pita = father. Gyaanam =
knowledge. Dharmo = religion Bhraataa = brother. Daya =
mercy, compassion. Sakha= friend. Shanti = peace.
Patnee = wife, Kshamaa = forgiveness., pardon. Putrah =
son. Shadete = these six. Mama = mine. Baandhavaah \
close relatives.
i.e. Truthfulness is like my mother and knowledge is like my
father. Religion is like my brother and compassion is like my
friend. Peace is like my wife and forgiveness is like my son.
Thus, all these six virtues are like my close relatives.
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