Thursday, 19 April 2018

आज का सुभाषित / Today's Subhashita.


चलचित्तं चलो वित्तं चलज्जीवान यौवनम्  |
चलाचलमिदं  सर्वं  कीर्तिर्यस्य  सजीवति      ||

भावार्थ  -   मनुष्य का चित्त (मन की भावनायें ) परिवर्तनशील
है और  धन संपत्ति , युवावस्था तथा जीवन भी चलायमान है |
ये सभी चलायमान (अस्थाई ) हैं ,परन्तु किसी व्यक्ति द्वारा
अपने शुभ कर्मों  से  अर्जित उसकी  कीर्ति (प्रसिद्धि) सदा बनी
रहती है |

Chalachittam chalo vittam chalajjeevana  yauvanam.
Chalaachalamidam  sarvam  keertiryasya  sajeevati.

Chala =  variable.   Chittam = mind, thought.    Chalao=
the same as 'Chala' .    Vittam = wealth,   Chalajjeevana=
chala + jeevana.    Jeevan = life.    Yauvanam = youth.
chalaachalamidam = chalaachalam + idam.   Chalachalam=
moving to and fro,  changeable.  Idam =this.  Sarvam =all.
Keertiryasya = keertih + yasya.    Kertih =fame.     Yasya =
whose.   Sa = it .     Jeevati = remains alive.

i.e.    The mind (thoughts)of  a man is subject to change and
so also his wealth wealth and youth.  All these are subject to
change and not permanent, but the fame a person acquires by
his noble deeds remains for ever.
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