Thursday, 17 November 2016

आज का सुभाषित / Today's Subhashita.


ऋतुर्मासद्वयेनैव षण्मासैरयनं  स्मृतं |
अयनं द्वितयं वर्षो देवानां वासरो निशा || - महासुभषितसंग्रह

भावार्थ -    दो मास मे एक ऋतु होती है और छः मास में एक
अयन होता है तथा एक वर्ष में दो अयन होते है जो कि देवताओं
के एक दिन-रात के बराबर होता है |

(इस सुभाषित में भारतीय वैदिक पद्धति के अनुसार काल (समय)
की गणना सूत्र रूप में व्यक्त की गयी है | संक्षेप में समय का विभाजन
दिवस (अहोरात्र) पक्ष(१५ दिवस), मास (३० दिवस), ६ ऋतुएं, दो अयन
 (उत्तरायणतथा दक्षिणायन) =१२ मास =१वर्ष के रूप में है | एक दिवस
का भीविभाजन ज्योतिष की सूक्ष्म आवश्यकता के लिये प्रतिपल, विपल,
पल , घटी में (प्रत्येक ६० की संख्या में ) होता है |  ६० घटी का एक दिन
होता है | अतः आंग्ल मत के अनुसार १ मिनट ढाइ पल के बराबर होता है
और २४ मिनट एक घटी के बराबर होता है |)

Ritu = season.    Maasa = month.   Dvayainaiva = dvayena +
eva..  Dvayena = by/of    Eva = really.   Shanmaaserayanam =
Shat+maasaih +ayanam.   Shat = six.   Maashaih = months.
Ayanam = half year.    Dvitayam = two.   Varsho = year.
Devaanaam = of the Gods.   Vaasaro = day.   Nisha = night.

i.e.     There are two months in a season  and six months make
an 'Ayan' and there 2 Ayans in a year, which is equal to one
day and night of Gods.

(The concept of Kala or Time is very elaborate and minute in
Hinduism.  The above Subhashita deals with some of its
aspects in brief.   In short it is divided into a day(day and night)>
 fortnight >(15 days) > month (30 days)> Ritu (season of 2 minths) >
Ayan (half year based on Sun's movement) > one year > equal to 1
day and night of Gods,Minute division of time is again done in 60
units each of 'Pratipal,> vipal > pala > ghati > ahoraatra (24 hours).
Thus one minute isequal to 2,50 pal and 24 minutes are equal to one
ghati.)



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